UPPCL का बिजली चोरी और मीटर से छेड़छाड़ के खिलाफ बड़ा अभियान: 16 के खिलाफ FIR दर्ज, 472 कनेक्शन काटे गए
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने राज्य में बिजली चोरी और मीटर से छेड़छाड़ के मामलों पर कड़ा रुख अपनाते हुए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत बिजली चोरी और अवैध तरीके से बिजली का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में इस अभियान के दौरान 16 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है और 472 बिजली कनेक्शन काटे गए हैं।
अभियान का उद्देश्य
UPPCL का यह विशेष अभियान राज्य में बढ़ती बिजली चोरी और मीटर से छेड़छाड़ के मामलों को रोकने के लिए चलाया गया है। बिजली चोरी न केवल सरकार के राजस्व को नुकसान पहुँचाती है, बल्कि इससे ईमानदार उपभोक्ताओं को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बिजली चोरी के कारण बिजली आपूर्ति में बाधाएँ उत्पन्न होती हैं और कई इलाकों में लोड शेडिंग की समस्या भी बढ़ जाती है।
16 के खिलाफ FIR दर्ज
अभियान के दौरान UPPCL की टीम ने बिजली चोरी के कई मामलों का खुलासा किया। जांच में यह पाया गया कि कई जगहों पर बिजली मीटर में छेड़छाड़ की गई थी, जिससे कम बिल आ रहा था। ऐसे 16 उपभोक्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इन उपभोक्ताओं पर मीटर से छेड़छाड़ कर बिजली चोरी करने का आरोप है।
472 बिजली कनेक्शन काटे गए
बिजली चोरी और अनियमितताओं के चलते UPPCL ने 472 बिजली कनेक्शन काट दिए हैं। जिन उपभोक्ताओं ने बिजली का अवैध उपयोग किया या बिलों का भुगतान नहीं किया, उनके कनेक्शन तुरंत प्रभाव से काट दिए गए। इन उपभोक्ताओं को उचित कार्रवाई के बाद ही कनेक्शन दोबारा जोड़ा जाएगा।
जुर्माना और वसूली
बिजली चोरी करने वाले उपभोक्ताओं पर जुर्माना भी लगाया गया है। UPPCL ने ऐसे मामलों में भारी भरकम जुर्माने की घोषणा की है, जिससे भविष्य में लोग बिजली चोरी करने से बचें। इसके अलावा, बिलों का भुगतान न करने वाले उपभोक्ताओं से बकाया राशि वसूलने के लिए भी अभियान तेज कर दिया गया है।
भविष्य की कार्रवाई
UPPCL ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और जो भी बिजली चोरी या मीटर से छेड़छाड़ करते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस अभियान का उद्देश्य राज्य में बिजली की चोरी को पूरी तरह से खत्म करना है ताकि ईमानदार उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल सके।
UPPCL की अपील
UPPCL ने आम जनता से अपील की है कि वे बिजली का सही तरीके से उपयोग करें और यदि उन्हें कहीं बिजली चोरी का मामला नजर आता है, तो इसकी सूचना तुरंत UPPCL या स्थानीय अधिकारियों को दें। बिजली चोरी एक अपराध है और इसका सीधा असर राज्य की आर्थिक स्थिति और बिजली आपूर्ति पर पड़ता है।
निष्कर्ष
UPPCL द्वारा चलाए जा रहे इस विशेष अभियान से स्पष्ट है कि राज्य में बिजली चोरी और मीटर से छेड़छाड़ के मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है। सख्त कार्रवाई से उम्मीद है कि बिजली चोरी के मामलों में कमी आएगी और राज्य के उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति मिल सकेगी।
यह कदम राज्य में बिजली के सही और न्यायसंगत वितरण को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिससे भविष्य में बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त संदेश जाएगा।
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