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Stock Market Me Naya Kya? | What’s New in the Stock Market (2025)

📊 Stock Market Me Naya Kya? | What’s New in the Stock Market (2025) 📌 Introduction | परिचय English The stock market never remains the same. With each passing year, new rules, technologies, investment instruments, and government policies shape the way markets function. In 2025, the Indian stock market has introduced several new updates, reforms, and trends that are important for both beginners and experienced investors. Understanding “What’s New in the Stock Market” helps investors make informed decisions and stay ahead of the competition. हिंदी स्टॉक मार्केट कभी एक जैसा नहीं रहता। हर साल इसमें नए नियम, टेक्नोलॉजी, निवेश के साधन और सरकारी नीतियाँ जुड़ती रहती हैं। 2025 में भारतीय शेयर बाज़ार में कई नए बदलाव और ट्रेंड्स देखने को मिले हैं, जो नए और अनुभवी दोनों निवेशकों के लिए अहम हैं। “स्टॉक मार्केट में नया क्या” जानना निवेशकों को समझदारी से फैसले लेने और प्रतिस्पर्धा से आगे रहने में मदद करता है। 📌 1. T+0 and Instant Settlement | T+0 और तुरंत सेटलमेंट English Traditionall...

Tata Steel Share Price | टाटा स्टील शेयर पूरी जानकारी

📊 Tata Steel Share Price  | टाटा स्टील शेयर पूरी जानकारी 📌 Introduction | परिचय English Tata Steel Limited, a subsidiary of Tata Group, is one of the largest steel manufacturers in the world. Established in 1907, Tata Steel has played a key role in India’s industrial growth. The Tata Steel share is one of the most traded stocks on NSE (National Stock Exchange) and BSE (Bombay Stock Exchange). Investors consider it a strong stock due to its long-standing reputation, global presence, and consistent performance. हिंदी टाटा ग्रुप की सहायक कंपनी टाटा स्टील लिमिटेड दुनिया की सबसे बड़ी स्टील कंपनियों में से एक है। 1907 में स्थापित इस कंपनी ने भारत के औद्योगिक विकास में अहम भूमिका निभाई है। टाटा स्टील का शेयर NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) और BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) पर सबसे ज़्यादा ट्रेड होने वाले शेयरों में से एक है। इसकी पुरानी साख, वैश्विक उपस्थिति और स्थिर प्रदर्शन के कारण निवेशक इसे एक मजबूत स्टॉक मानते हैं। 📌 Tata Steel Share Price History | टाटा स्टील शेयर का इतिहास ...

इंग्लैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका: दूसरा वनडे 2025, लॉर्ड्स से पूरी` रिपोर्ट

इंग्लैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका: दूसरा वनडे 2025, लॉर्ड्स से पूरी` रिपोर्ट परिचय इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली जा रही तीन मैचों की वनडे सीरीज़ का दूसरा मुकाबला 4 सितंबर 2025 को लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान में खेला जाएगा। पहला मैच दक्षिण अफ्रीका ने शानदार अंदाज में जीता था, जिससे अब मेज़बान इंग्लैंड पर सीरीज़ में वापसी का दबाव है। क्रिकेट प्रेमियों की नज़रें इस मुकाबले पर टिकी हैं क्योंकि लॉर्ड्स की पिच और इंग्लैंड की घरेलू परिस्थितियाँ हमेशा मैच को रोमांचक बना देती हैं। पहला मैच: अफ्रीका की शानदार जीत लेस्टर में खेले गए पहले वनडे में दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को सात विकेट से हराकर बढ़त हासिल कर ली। इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी और उनकी टीम बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रही। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज़ों ने संयम से खेलते हुए लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया। इस जीत ने मेहमान टीम को आत्मविश्वास से भर दिया है। लॉर्ड्स की पिच रिपोर्ट लॉर्ड्स को "होम ऑफ क्रिकेट" कहा जाता है और यहां की पिच की अपनी खासियत है। शुरुआती ओवरों में तेज़ गे...

उत्तर प्रदेश में दहेज के लिए निक्की को ज़िंदा जलाया: समाज कब तक सहेगा ऐसे अत्याचार?

 उत्तर प्रदेश में दहेज के लिए निक्की को ज़िंदा जलाया: समाज कब तक सहेगा ऐसे अत्याचार? उत्तर प्रदेश से आई एक दर्दनाक घटना ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। दहेज की बलिवेदी पर फिर एक और बेटी को ज़िंदा जला दिया गया। पीड़िता निक्की को उसके ही पति विपिन ने आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपी को एनकाउंटर में पकड़ लिया और जब उसने हिरासत से भागने की कोशिश की तो उसके पैर में गोली लगी। यह घटना सिर्फ एक महिला पर हुए अत्याचार की नहीं बल्कि पूरे समाज पर एक गहरा सवाल है कि आखिर कब तक हमारी बेटियाँ दहेज की आग में जलती रहेंगी? दहेज: एक कुप्रथा जिसने समाज को खोखला कर दिया भारत में दहेज प्रथा कोई नई बात नहीं है। सदियों से यह समाज की जड़ में बैठी हुई है। बेटी के जन्म पर माँ-बाप पर बोझ डालने वाली यह प्रथा आज भी खत्म नहीं हो पाई। कानून बनने के बावजूद आए दिन ऐसी घटनाएँ सामने आती हैं जहाँ बहू से दहेज की मांग की जाती है और जब वह पूरा नहीं कर पाती, तो उसे प्रताड़ित किया जाता है या उसकी हत्या कर दी जाती है। निक्की के साथ जो हुआ, वह इसी कुप्रथा का ज्वलंत उदाहरण है। शादी को सात जन्मों का बंधन कहा जात...

पुणे के डॉक्टर गणेश राठ: बेटियों के जन्म पर बिना पैसे इलाज करने वाले असली हीरो

 पुणे के डॉक्टर गणेश राठ: बेटियों के जन्म पर बिना पैसे इलाज करने वाले असली हीरो भारत में अक्सर देखा गया है कि बेटियों के जन्म पर समाज का नजरिया उतना सकारात्मक नहीं होता, जितना बेटों के जन्म पर होता है। आज भी कई जगह बेटियों को बोझ समझा जाता है। लेकिन इस सोच को बदलने के लिए कुछ लोग अपने जीवन को समर्पित कर देते हैं। ऐसे ही पुणे के डॉ. गणेश राठ हैं, जिन्होंने 2012 से एक ऐतिहासिक और समाज सुधारक कदम उठाया है। उन्होंने यह संकल्प लिया कि बेटियों के जन्म पर वे बिना पैसे इलाज करेंगे और परिवार से एक रुपया भी नहीं लेंगे। बेटियों के जन्म पर मुफ्त इलाज: एक अनोखी पहल डॉ. गणेश राठ का मानना है कि बेटी का जन्म किसी भी परिवार के लिए सौभाग्य की बात होती है। जहां आज भी लोग बेटियों के जन्म पर उदासी और मायूसी दिखाते हैं, वहीं यह डॉक्टर खुद मिठाई बांटकर खुशी मनाते हैं। 2012 से अब तक हजारों बच्चियां उनके अस्पताल में जन्म ले चुकी हैं और उनके माता-पिता से बिना पैसे इलाज के तहत कोई शुल्क नहीं लिया गया। यह कदम न सिर्फ समाज में बेटी के महत्व को बढ़ाता है, बल्कि एक बड़ा संदेश भी देता है कि बेटियां बोझ नहीं, बल्क...

लखनऊ का चमत्कार: 3 साल के मासूम को सरकारी डॉक्टरों ने बचाई जान – असली हीरो वही हैं

 लखनऊ का चमत्कार: 3 साल के मासूम को सरकारी डॉक्टरों ने बचाई जान – असली हीरो वही हैं लखनऊ हमेशा से अपनी तहज़ीब और इंसानियत के लिए जाना जाता है, लेकिन हाल ही में हुई एक घटना ने पूरे देश को यह दिखा दिया कि इंसानियत और डॉक्टरों का समर्पण जब मिल जाए तो किसी भी मुश्किल को हराया जा सकता है। यह वाकया हर किसी की ज़ुबान पर है क्योंकि यह सचमुच लखनऊ का चमत्कार: 3 साल के मासूम को सरकारी डॉक्टरों ने बचाई जान – असली हीरो वही हैं जैसी कहानी है, जिसे सुनकर हर कोई भावुक हो जाता है। हादसा जिसने सबको दहला दिया लखनऊ के एक मोहल्ले में खेलते-खेलते 3 साल का मासूम अचानक लोहे की ग्रिल पर गिर गया। हादसा इतना खतरनाक था कि ग्रिल उसके सिर के आर-पार धँस गई। माता-पिता की चीखें गूंज उठीं और पूरे परिवार में मातम जैसा माहौल बन गया। घबराहट में परिजन तुरंत बच्चे को नज़दीकी प्राइवेट अस्पताल ले गए, लेकिन वहाँ डॉक्टरों ने इलाज के नाम पर 15 लाख रुपये माँग लिए। एक गरीब परिवार के लिए इतनी बड़ी रकम जुटाना नामुमकिन था। उस पल परिवार को ऐसा लगा कि अब शायद कोई उम्मीद नहीं बची। मगर जो हुआ उसने यह साबित कर दिया कि सच में लखनऊ का च...

BSNL New Recharge Plans List 2025 : बीएसएनएल नए रिचार्ज प्लान की पूरी जानकारी

  📱 BSNL New Recharge Plans List 2025 : बीएसएनएल नए रिचार्ज प्लान की पूरी जानकारी अगर आप BSNL के ग्राहक हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। BSNL ने 2025 में अपने ग्राहकों के लिए BSNL new recharge plans list जारी कर दी है। इसमें किफायती दाम पर unlimited calling recharge , daily data plan और लंबे समय की validity recharge offers शामिल हैं। सबसे ज्यादा चर्चा में BSNL 299 recharge plan है। इस प्लान में यूज़र्स को रोज़ाना 2GB data per day , unlimited calling और फ्री SMS की सुविधा मिलती है। इस पैक की validity 28 दिन है। अगर आप इंटरनेट ज्यादा इस्तेमाल करते हैं और साथ ही कॉलिंग भी unlimited चाहते हैं तो यह पैक आपके लिए एक बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। इसके अलावा BSNL prepaid recharge plans में 199 , 399 और 666 जैसे पैक भी शामिल हैं। BSNL recharge 199 plan में यूज़र्स को 1GB data per day मिलता है, जबकि BSNL recharge 399 plan में अधिक वैलिडिटी और बेहतर डेटा ऑफर है। BSNL   हमेशा से ही अपने किफायती दाम और बढ़िया नेटवर्क के लिए जाना जाता है। अगर आप सस्ते और भरोसेमंद रिचार्ज प्लान ढूंढ रहे हैं तो...

Why Infosys’s optimism stands apart from TCS’s restraint

  Why Infosys ’s optimism stands apart from TCS’s restraint भारत की आईटी इंडस्ट्री में दो सबसे बड़े नाम हैं—Infosys और TCS (Tata Consultancy Services)। दोनों ही कंपनियाँ ग्लोबल टेक्नोलॉजी सर्विसेज़ में अपनी मजबूत पहचान रखती हैं, लेकिन इनका बिज़नेस एप्रोच और भविष्य की सोच अलग-अलग है। यही कारण है कि हर जगह यह सवाल गूँजता है: Why Infosys’s optimism stands apart from TCS’s restraint?l Infosys का आशावादी दृष्टिकोण Infosys लगातार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड, साइबर सिक्योरिटी और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में निवेश कर रही है। इसके लीडर्स मानते हैं कि आने वाले सालों में नए इनोवेशन ही सबसे बड़ी ग्रोथ ड्राइवर होंगे। यही कारण है कि विश्लेषक कहते हैं: Why Infosys’s optimism stands apart from TCS’s restraint. TCS का संयमित रुख TCS का फोकस पारंपरिक बिज़नेस मॉडल और लंबे समय से जुड़े क्लाइंट्स पर है। कंपनी रिस्क कम लेना पसंद करती है। यही वजह है कि कई लोग मानते हैं कि Why Infosys’s optimism stands apart from TCS’s restraint—क्योंकि Infosys नए प्रयोगों में आगे है जबकि TCS स्थिरता पर भरोसा करती है। अंत...

Vande Bharat के ब्रेकफास्ट में निकला कीड़ा, यात्री ने की IRCTC से शिकायत; रेलवे ने दिया ऐसा जवाब

  Vande Bharat के ब्रेकफास्ट में निकला कीड़ा, यात्री ने की IRCTC से शिकायत; रेलवे ने दिया ऐसा जवाब Vande Bharat Express, भारतीय रेलवे की हाई-स्पीड ट्रेन सेवा, जो आधुनिकता और आराम के लिए जानी जाती है, अब एक विवाद के कारण चर्चा में है। हाल ही में एक यात्री ने Vande Bharat के ब्रेकफास्ट में कीड़ा पाया और इस घटना को लेकर IRCTC (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) से शिकायत की। आइए जानते हैं, इस पूरी घटना के बारे में और रेलवे ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी। क्या था मामला? यात्री ने ट्विटर पर अपनी शिकायत साझा करते हुए बताया कि वह Vande Bharat Express से यात्रा कर रहे थे और उन्हें ब्रेकफास्ट के रूप में जो पैक दिया गया था, उसमें एक कीड़ा मिला। यात्री ने इसे लेकर IRCTC को टैग किया और तत्काल कार्रवाई की मांग की। इस ट्वीट ने कुछ ही समय में वायरल हो गया, और इस पर कई लोगों की प्रतिक्रियाएं आईं। यात्री का कहना था कि वह इतनी आधुनिक ट्रेन सेवा में यात्रा कर रहे थे, लेकिन इस प्रकार की लापरवाही और गंदगी ने पूरी यात्रा का अनुभव खराब कर दिया। IRCTC की प्रतिक्रिया: जैसे ही यह मामला सामने आया...

ICICI Prudential नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) – एक बेहतरीन रिटायरमेंट प्लान

  ICICI Prudential नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) – एक बेहतरीन रिटायरमेंट प्लान आजकल की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में रिटायरमेंट के बाद की आर्थिक सुरक्षा की योजना बनाना बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। जहां एक ओर व्यक्ति अपने वर्तमान खर्चों और जीवनशैली पर ध्यान दे रहा होता है, वहीं दूसरी ओर उसे भविष्य की भी चिंता होती है। इसके लिए भारत सरकार ने नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) की शुरुआत की थी, और ICICI Prudential जैसे प्रमुख फंड हाउस ने इस योजना को अपने निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प के रूप में पेश किया है। इस ब्लॉग में हम ICICI Prudential की नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) के बारे में विस्तार से जानेंगे। ICICI Prudential National Pension Scheme (NPS) क्या है? नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) एक सरकारी पेंशन योजना है, जिसे भारत सरकार ने कर्मचारियों और अन्य नागरिकों के लिए रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया है। ICICI Prudential NPS एक निजी फंड हाउस द्वारा प्रबंधित किया जाता है, जो इस योजना के तहत निवेशकों को बेहतर रिटर्न और लंबी अवधि के लिए सुरक्षित निवेश का अवसर प्रदान करता है। यह योजना मुख...

लखनऊ समाचार: अब छह रूटों पर ही दौड़ेंगे ई-रिक्शा, मिलेगा जाम से छुटकारा

  लखनऊ समाचार: अब छह रूटों पर ही दौड़ेंगे ई-रिक्शा, मिलेगा जाम से छुटकारा लखनऊ में बढ़ते ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए एक नई पहल की गई है। शहर के यातायात में सुधार लाने और लोगों को जाम से छुटकारा दिलाने के लिए अब लखनऊ में केवल छह रूटों पर ही ई-रिक्शा दौड़ेंगे। यह कदम न केवल ट्रैफिक की समस्या को सुलझाने के लिए उठाया गया है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। आइए, जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से। छह प्रमुख रूटों पर ई-रिक्शा की शुरुआत लखनऊ प्रशासन ने हाल ही में यह घोषणा की कि शहर के छह प्रमुख रूटों पर ई-रिक्शा चलाए जाएंगे। ये रूट्स शहर के उन इलाकों को कवर करेंगे, जो अधिक भीड़-भाड़ वाले हैं और जहां ट्रैफिक जाम की समस्या सबसे ज्यादा होती है। इन रूटों पर ई-रिक्शा चलाने से न केवल यातायात व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि लोगों को पर्यावरण के अनुकूल परिवहन का भी लाभ मिलेगा। जाम से मिलेगी राहत लखनऊ में ट्रैफिक की समस्या को लेकर नागरिकों को अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है। खासकर ऑफिस के समय और बाजारों के आसपास जाम लगना आम बात हो गई है। ऐसे में ई-र...

चल उड़ जा रे पंछी, अब देश हुआ बेगाना..." नम आंखों से गांव वालों ने मनाई आखिरी दिवाली

  "चल उड़ जा रे पंछी, अब देश हुआ बेगाना..." नम आंखों से गांव वालों ने मनाई आखिरी दिवाली भारत के एक छोटे से गाँव में इस बार दिवाली का माहौल कुछ अलग ही था। जहाँ हर साल रोशनी और खुशियों की चकाचौंध रहती थी, इस बार वहाँ उदासी का साया था। यह गाँव जल्द ही विकास परियोजना की भेंट चढ़ने वाला है। प्रशासन ने गाँव के लोगों को उनके घर खाली करने का नोटिस दे दिया है, और इसलिए, इस बार की दिवाली उनके अपने गाँव में उनकी आखिरी दिवाली थी। दिवाली की तैयारियों के बीच गाँव के हर घर में एक अजीब-सी खामोशी छाई हुई थी ।  लोग अपने घरों को सजाने में लगे थे, लेकिन दिल में दर्द और आँखों में नमी साफ झलक रही थी। उम्रदराज लोगों के लिए यह जगह सिर्फ एक गाँव नहीं थी, बल्कि उनकी यादों का ठिकाना था, जहाँ उन्होंने अपना पूरा जीवन बिताया था। हर गली, हर पेड़, और हर आँगन से उनकी कई कहानियाँ जुड़ी हुई थीं। इस बार दिवाली पर दिए जलते हुए लोगों के चेहरों पर मिलाजुला भाव था -  एक तरफ तो यह त्योहार की रौनक थी, वहीं दूसरी ओर अपने घर-गाँव को छोड़ने का दर्द। "चल उड़ जा रे पंछी, अब देश हुआ बेगाना..." जैसे गीतों की गूंज ...

छठ पूजा पर घर जाने की जद्दोजहद: यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं

  छठ पूजा पर घर जाने की जद्दोजहद: यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं छठ पूजा का पर्व उत्तर भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, और इसे लेकर लोगों में गजब का उत्साह होता है। हर साल लाखों लोग अपने घर लौटते हैं ताकि वे इस पावन पर्व को अपने परिवार के साथ मना सकें। लेकिन इस उत्साह के बीच यात्रियों को आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस बार भी दिल्ली, मुंबई और अन्य बड़े शहरों से घर लौटने वाले यात्रियों की परेशानियों ने एक नया ही रूप ले लिया है। आधी रात से लगी लंबी लाइनें त्योहार के करीब आते ही रेलवे स्टेशनों पर भीड़ बढ़ जाती है। इस बार कई यात्रियों ने आधी रात से ही रेलवे स्टेशन पर लाइन में लगना शुरू कर दिया था। टिकट मिलने की उम्मीद में लोग पूरी रात जागकर लाइन में खड़े रहे, लेकिन स्थिति यह हो गई कि कई लोगों को सुबह तक भी टिकट नहीं मिल पाया। ऐसी हालत में स्टेशन पर बैठे-बैठे या लाइन में खड़े-खड़े कई यात्री बेहोश हो गए। व्यवस्था की कमी और भीड़ पर नियंत्रण की चुनौती रेलवे और परिवहन सेवाओं द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की जाती है, लेकिन यात्रियों की संख्या इतनी अधि...

UP: दिवाली पर बंटने के लिए आई मिठाई, डिब्बा खोला तो छूटे पसीने… नामी हलवाई भी ऐसा करेगा; नहीं हो रहा यकीन!

  UP: दिवाली पर बंटने के लिए आई मिठाई, डिब्बा खोला तो छूटे पसीने… नामी हलवाई भी ऐसा करेगा; नहीं हो रहा यकीन! दिवाली का त्योहार नजदीक आते ही मिठाई की दुकानों पर रौनक बढ़ जाती है। हर परिवार और दोस्त एक-दूसरे को मिठाई और गिफ्ट देकर त्योहार की खुशियां बांटते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश में इस बार एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने मिठाई प्रेमियों को हिला कर रख दिया है। एक नामी हलवाई की मिठाई में कुछ ऐसा मिला कि लोगों को यकीन ही नहीं हो रहा कि यह घटना सच हो सकती है। क्या है पूरा मामला? उत्तर प्रदेश के एक शहर में दिवाली के मौके पर एक बड़े प्रतिष्ठान द्वारा अपने कर्मचारियों को बांटने के लिए मिठाई के डिब्बे मंगवाए गए थे। जैसे ही कर्मचारियों ने डिब्बे खोले, उनकी आंखें खुली की खुली रह गईं और पसीने छूटने लगे। मिठाई के डिब्बों में मिठाई तो थी, लेकिन उसकी गुणवत्ता इतनी खराब थी कि उसे देखकर लोग चौंक गए। मिठाइयों में अजीब सी बदबू आ रही थी, और कुछ मिठाइयां तो पूरी तरह खराब हो चुकी थीं। नामी हलवाई की बदनामी इस मिठाई को एक प्रसिद्ध हलवाई के यहां से बनवाया गया था, जो इलाके में अपने बेहतरीन मिठाइयों के लिए ज...

रूबी का परिवार बना योगी की खास स्कीम का पहला लाभार्थी, 25 लाख परिवारों का होना है चयन

  रूबी का परिवार बना योगी की खास स्कीम का पहला लाभार्थी, 25 लाख परिवारों का होना है चयन उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा शुरू की गई एक खास योजना ने रूबी के परिवार की जिंदगी में एक नई उम्मीद जगाई है। ये योजना उन परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है, जो अब तक सामाजिक एवं आर्थिक प्रगति में पीछे रह गए थे। रूबी का परिवार इस योजना के पहले लाभार्थी के रूप में चुना गया है, और सरकार का लक्ष्य है कि आगामी समय में 25 लाख परिवारों को इस योजना का लाभ मिल सके। इस लेख में हम जानेंगे कि इस योजना का उद्देश्य क्या है, किस तरह से यह काम करती है, और कैसे ये योजना प्रदेश के लाखों परिवारों की जिंदगी में बदलाव ला सकती है। योजना का उद्देश्य योगी आदित्यनाथ द्वारा चलाई जा रही यह योजना प्रदेश के गरीब और जरूरतमंद परिवारों को आर्थिक संबल देने के लिए बनाई गई है। इस योजना के तहत उन परिवारों का चयन किया जाएगा, जिनकी वार्षिक आय बेहद कम है और जो सामाजिक रूप से पिछड़े माने जाते हैं। सरकार का मानना है कि अगर इन परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, तो वे अपने बच्चों की शिक्...

उत्तर प्रदेश: 24 घंटे में बरेली, रायबरेली, मेरठ और संभल में यूपी पुलिस पर हमला, दौड़ा-दौड़ाकर पिटाई

  उत्तर प्रदेश: 24 घंटे में बरेली, रायबरेली, मेरठ और संभल में यूपी पुलिस पर हमला, दौड़ा-दौड़ाकर पिटाई उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को चुनौती देते हुए पिछले 24 घंटों में चार जिलों में पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया है। बरेली, रायबरेली, मेरठ और संभल में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जहां पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। यह घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं, बल्कि अपराधियों के बढ़ते हौसलों का भी संकेत देती हैं। आइए जानते हैं इन घटनाओं का पूरा ब्योरा। 1. बरेली में पुलिस टीम पर हमला बरेली में एक छापेमारी के दौरान पुलिस पर भीड़ ने हमला कर दिया। घटना तब हुई जब पुलिस एक संदिग्ध को पकड़ने के लिए इलाके में पहुंची। जैसे ही पुलिस ने संदिग्ध को पकड़ने की कोशिश की, भीड़ ने पुलिस टीम को घेर लिया और उन पर हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों को अपनी जान बचाने के लिए पीछे हटना पड़ा, और उन्हें वहां से भागना पड़ा। 2. रायबरेली में नशे के कारोबारियों का हमला रायबरेली में पुलिस को उस समय विरोध का सामना करना पड़ा जब वे नशे के कारोबारियों के खिलाफ एक अभियान चला रहे थे। पुलिस टीम को ...

सांसद पप्पू यादव को धमकी देने वाला युवक दिल्ली से गिरफ्तार

  सांसद पप्पू यादव को धमकी देने वाला युवक दिल्ली से गिरफ्तार, बोला- ‘लॉरेंस बिश्नोई से प्रेरित होकर की ये हरकत’ बिहार के चर्चित नेता और पूर्व सांसद पप्पू यादव को हाल ही में एक धमकी भरा कॉल आया जिसने सबको चौंका दिया। इस धमकी के बाद प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया और आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने कबूल किया कि वह कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से प्रेरित होकर इस तरह की धमकियाँ देने का प्रयास कर रहा था। आइए जानते हैं इस मामले की पूरी कहानी। कैसे मिली धमकी और क्या थी धमकी में बात? पप्पू यादव को एक अनजान नंबर से कॉल आई जिसमें धमकी दी गई कि उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। धमकी में साफ तौर पर कहा गया कि उन्हें बिश्नोई गैंग का खौफ सहना पड़ेगा। इस धमकी से यादव और उनके परिवार में चिंता फैल गई, क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम का इस्तेमाल करके पहले भी कई लोगों को धमकाया जा चुका है। पुलिस ने कैसे पकड़ा आरोपी को? धमकी भरी कॉल के बाद पप्पू यादव ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी। बिहार पुलिस ने तुरंत इस मामले की गंभीरता को समझते हुए तकनीकी टीम को काम पर लगाया...

32 साल के बेटे की मां को भाया 30 साल का छोरा, ब्राजील से भारत आई मोहब्बत की खातिर: ऐसी है अनोखी लव स्टोरी

  32 साल के बेटे की मां को भाया 30 साल का छोरा, ब्राजील से भारत आई मोहब्बत की खातिर: ऐसी है अनोखी लव स्टोरी प्यार की कोई उम्र नहीं होती । यह बात कई बार सुनने को मिलती है, लेकिन कुछ प्रेम कहानियाँ ऐसी होती हैं जो इस बात को हकीकत में बदल देती हैं। ऐसी ही एक कहानी है ब्राजील की रहने वाली एक 50 वर्षीय महिला और भारत के एक 30 वर्षीय युवक की। यह कहानी इस बात का सटीक उदाहरण है कि जब दिल मिलते हैं, तो उम्र, देश, और समाज की सारी दूरियाँ मिट जाती हैं। कैसे हुई इस अनोखी प्रेम कहानी की शुरुआत? इस लव स्टोरी की शुरुआत सोशल मीडिया से हुई। ब्राजील की रहने वाली इस महिला का नाम एना है, जिनकी उम्र 50 साल है। उनके 32 साल के एक बेटे भी हैं, जो लगभग उनके प्रेमी की उम्र का ही है। एना सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती थीं और भारत के एक 30 साल के युवक रोहन (काल्पनिक नाम) से उनकी पहचान हुई। दोनों की पहली बातचीत बेहद सामान्य थी, लेकिन धीरे-धीरे यह बातचीत गहरी दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई। रोहन और एना के बीच भले ही उम्र का फासला था, लेकिन उनका रिश्ता दोस्ती, सम्मान और समझ पर टिका था। वे दोनों घंटों चैट करते, वीडियो...

यूपी उपचुनाव 2024: सीएम योगी आदित्यनाथ के 'बटेंगे तो काटेंगे' पर समाजवादी पार्टी का नया जवाबी नारा

यूपी उपचुनाव 2024: सीएम योगी आदित्यनाथ के 'बटेंगे तो काटेंगे' पर समाजवादी पार्टी का नया जवाबी नारा   उत्तर प्रदेश में 2024 के उपचुनावों की सरगर्मी तेज हो चुकी है। हर राजनीतिक पार्टी अपने-अपने तरीकों से जनता के बीच अपने संदेश और विचारों को पहुंचाने की कोशिश में जुटी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा दिए गए "बातेंगे तो काटेंगे" के बयान के जवाब में समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक नया नारा पेश किया है। यह नारा ना सिर्फ पार्टी की नीतियों को प्रदर्शित करता है बल्कि यह भी बताता है कि समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में किन मुद्दों पर चुनावी मैदान में उतरेगी। आइए विस्तार से जानते हैं इस नारे के पीछे की सोच, इसके उद्देश्य, और इस नारे का चुनाव पर क्या असर पड़ सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान: "बातेंगे तो काटेंगे" योगी आदित्यनाथ का यह बयान तब चर्चा में आया जब उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर जनता को एकजुट होने का संदेश दिया। उनके इस नारे का मतलब था कि जो समाज को बांटने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। योगी आदित्यनाथ के इस बयान ने विपक्षी दलों को एक...